लातेहार, 18 सितंबर। लातेहार जिले के टेमकी गांव में बुधवार की शाम जितिया पर्व के बाद आयोजित जतरा मेले में चाऊमिन खाने के बाद गांव के 30 से अधिक बच्चे अचानक उल्टियां करने लगे और उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।

घटना की खबर फैलते ही पूरा गांव अस्पताल पहुंचाने की तैयारी में जुट गया। स्थानीय जनप्रतिनिधि जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव और पूर्व मुखिया राजेश उरांव ने तुरंत सदर अस्पताल से संपर्क किया और एंबुलेंस की व्यवस्था कराई। रात के अंधेरे में बच्चों को जैसे-तैसे अस्पताल पहुंचाया गया।

सदर अस्पताल लातेहार के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जय प्रकाश जायसवाल और उनकी टीम ने तुरंत सभी बच्चों का इलाज शुरू किया। डॉक्टरों के मुताबिक, कुछ बच्चे गंभीर स्थिति में थे, लेकिन त्वरित इलाज से उनकी हालत में सुधार आया। अधिकांश बच्चे अब खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।

गांव के लोग बताते हैं कि बच्चों को बीमार पड़ते देख हर किसी के दिल की धड़कनें तेज हो गई थीं। अभिभावक रातभर अस्पताल में डटे रहे और बच्चों के ठीक होने की दुआ करते रहे।

डॉ. जयप्रकाश जायसवाल ने जानकारी दी कि बच्चों को समय पर अस्पताल पहुंचा देना ही सबसे बड़ी राहत साबित हुआ। फिलहाल सभी बच्चे स्वस्थ हैं और घर लौटने की तैयारी में हैं।

इस घटना ने ग्रामीणों को सजग कर दिया है। अब लोग मेले और सार्वजनिक आयोजनों में खाने-पीने की वस्तुओं की जांच और स्वच्छता पर जोर देने की बात कर रहे हैं, ताकि बच्चों की मासूम मुस्कान किसी लापरवाही की भेंट न चढ़े।